आपको यह मेरा पहला और आख़िरी पत्र है… आपको यह मेरा पहला और आख़िरी पत्र है…
एक-दूसरे से आगे निकलने की अंधी होड़ न हो, हो तो बस गहरा विश्वास और अथाह प्रेम ! एक-दूसरे से आगे निकलने की अंधी होड़ न हो, हो तो बस गहरा विश्वास और अथाह प्रेम !
फिर पति की कही बात को याद कर अब सौम्या ने अपनी हथेलियों से अपने आंसू पोंछ लिये। फिर पति की कही बात को याद कर अब सौम्या ने अपनी हथेलियों से अपने आंसू पोंछ लिये।
।स्वयं पर झुंझला रही है परेशानी में दिमाग भी काम नहीं करता है तभी अचानक से धीमी धीमी बा ।स्वयं पर झुंझला रही है परेशानी में दिमाग भी काम नहीं करता है तभी अचानक से धीमी ...
आम का वृक्ष बेशक आम आज भी बच्चों और बन्दरो की वजह से नहीं मिलता पर स्नेह असीम मिलता है। आम का वृक्ष बेशक आम आज भी बच्चों और बन्दरो की वजह से नहीं मिलता पर स्नेह असीम मि...
.कि ये अगला जो मुझसे अनजान ...मेरा प्रिय मुझे मुस्कराता देख कही पागल ही न समझ ले ! .कि ये अगला जो मुझसे अनजान ...मेरा प्रिय मुझे मुस्कराता देख कही पागल ही न समझ ल...